
@नवल ख़बर ब्यूरो
काशीपुर। महानगर कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष अलका पाल के नेतृत्व में उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच कराने तथा इस कांड में उत्तराखंड भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम एवं विधायक रेनू बिष्ट का नाम सामने आने पर उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता महाराणा प्रताप चौक पर एकत्र हुए। महानगर अध्यक्ष अलका पाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड में दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
महानगर अध्यक्ष अलका पाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार वीआईपी लोगों को संरक्षण देकर इस हत्याकांड में दोषी लोगों के नाम छुपाने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सच्चाई सामने नहीं आती, कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा।

एआईसीसी सदस्य एवं प्रदेश महासचिव अनुपम शर्मा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा विधायक सुरेश राठौर की पत्नी उर्मिला सनावर द्वारा उत्तराखंड भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम और विधायक रेनू बिष्ट पर लगाए गए आरोपों के बावजूद गिरफ्तारी न होना राज्य सरकार का संरक्षण माना जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि भाजपा की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड द्वारा विधायक रेनू बिष्ट के इशारे पर रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाकर साक्ष्य मिटाने की बात कही गई है, जिससे स्पष्ट है कि अंकिता भंडारी की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई। भाजपा सरकार अपने वीआईपी लोगों को बचाने का काम कर रही है। कांग्रेस उत्तराखंड की बेटियों की आबरू लुटने नहीं देगी।

कैंडल मार्च में अलका पाल, अनुपम शर्मा, विमल गुड़िया, हरीश कुमार सिंह, ब्रह्मपाल, जितेंद्र सरस्वती, मंसूर मंसूरी, राजेश शर्मा एडवोकेट, सुभाष पाल, त्रिलोक सिंह अधिकारी, विनोद होंडा, शुभ्रा शर्मा, अर्जुन रावत, गोपाल सैनी, टिका सिंह सैनी, पार्षद सरफराज, हनीफ गुड्डू, रशीद फारुकी, मोहम्मद आरिफ, अब्दुल कादिर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
